आज हर चीज़ में कुछ ख़ास बात हे
आज हर बात में जान की बरसात हे
आज में किसी तलाश में हु
आज में किसीकी तलाश में हु
एक आशा हे, विश्वास हे
आज में काफी व्यस्त हु
करने को काम हज़ार हे
मन ख़ुशी से बेजार हे
लिखे हुए शब्द जो आखें तो पढ़ लेती थी,
पर मन समज नहीं पता था
आज समज और नासमज के भीतर हे
हर चीज़ कुछ कहानी बता रही हे
हर गीत अपना मतलब गा रहा हे
आज कुछ अलग हे
जो मेरे पास हे, या जो हे मेरे भीतर
जो मेरी समज या नासमज के नजदीक
या जो हे परे
सब मेरा हे
हर सास, एक एहसास हे
आज कुछ ख़ास हे
~
(काम जारी हें , असुविधा के लिए खेद हें)
॥ विश्वामित्र ॥
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